दिनांक 15.12.2024 को सामाजिक समरसता मंच हिमाचल प्रदेश द्वारा B.Ed कॉलेज घुरकड़ी में अहिल्या बाई होल्कर जी के जीवन दर्शन पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन प्रेरणा का प्रतीक
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान प्रमोद उत्तर क्षेत्र सामाजिक समरसता संयोजक रहे। देवी अहिल्या बाई जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि किस प्रकार देवी अहिल्याबाई ने अपने शासनकाल में जनता की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को समझते हुए उनकी प्राथमिकता पर विशेष ध्यान दिया। उनका प्रशासनिक दृष्टिकोण ऐसा था, जिसमें हर वर्ग और हर क्षेत्र की जरूरतों का ख्याल रखा जाता था। उन्होंने शासन को केवल अधिकार और शक्ति का माध्यम नहीं माना, बल्कि इसे एक सेवा का माध्यम समझा।
उनका जीवन अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा हुआ था, लेकिन उन्होंने हर परिस्थिति में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए समाज के हित के लिए काम किया। उनके नेतृत्व का हर पहलू, चाहे वह नीतियों का निर्धारण हो, सामाजिक न्याय की स्थापना हो, या धर्म को बढ़ावा देना हो, आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।
उन्होंने कहा कि लोकमाता महारानी अहिल्याबाई के जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। साथ ही, अपनी सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व करते हुए विश्व कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। महारानी अहिल्याबाई होल्कर को उनकी 300वीं जयंती पर यही सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
संगोष्ठी में सामाजिक समरसता मंच हिमाचल प्रान्त के संयोजक श्री ओम प्रकाश जी, सह – संयोजक देविंदर जी, प्रान्त टोली सदस्य डॉ. मोनिका, काँगड़ा जिला प्रमुख विपिन जी तथा अन्य प्रबुध्जन लोगों के साथ समरसता मंच के कायकर्ता उपस्थित रहे।