धर्मशाला, 25 मई 2025 — महिला मंच द्वारा जोधा मल सराय में “भारतीय सेना के शौर्य को नमन” नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना के अडिग साहस को श्रद्धांजलि अर्पित करना था। इस गरिमामय अवसर पर मुख्य अतिथि कर्नल राज कुमार शर्मा (सेवानिवृत्त) रहे, जबकि डॉ. मोनिका चौधरी ने मुख्य भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत विजया ठाकुर द्वारा अतिथियों के स्वागत और परिचय के साथ हुई।
अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. मोनिका चौधरी ने ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक गहराई और नैतिक दृष्टिकोण पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हम यहां हमारे सैनिकों की बहादुरी को नमन करने और ऑपरेशन सिंदूर में भारत की रणनीतिक दृढ़ता और कौशल को स्वीकार करने के लिए एकत्र हुए हैं।” उन्होंने बताया कि 7 मई 2025 को शुरू हुआ यह अभियान दरअसल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का सीधा और सटीक उत्तर था, जिसमें 25 हिंदू नागरिकों और एक नेपाली निवासी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। डॉ. मोनिका ने भारतीय सेना की नैतिकता की सराहना की, जिन्होंने अभियान के दौरान एक भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया—इसके विपरीत, पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा: “हमारा उत्तर तीव्र, नैतिक और केंद्रित था—जैसा कि एक परिपक्व शक्ति को होना चाहिए। यह केवल प्रतिशोध नहीं था, बल्कि यह एक रणनीतिक संदेश था कि भारत अब आतंकवादी हमलों को सहन नहीं करेगा।”
इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल राज कुमार शर्मा का संबोधन रहा, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और संचालन पर गहराई से प्रकाश डाला। अपने सैन्य अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे इस ऑपरेशन की योजना बनाई गई और उसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। कर्नल शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि “यदि भविष्य में कोई ऐसा हमला होता है, तो भारतीय सेना और भी मजबूत और निर्णायक जवाब देने में संकोच नहीं करेगी।”
कार्यक्रम का समापन मोनिका भारद्वाज द्वारा प्रस्तुत एक भावनात्मक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। करीब 50 प्रतिभागियों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया, जो सभी भारतीय सेना को श्रद्धांजलि अर्पित करने के उद्देश्य से एकत्र हुए थे।